एक दिन नमक ने ठानीनहीं चलेगी तानाशाही पानी मेरा हर लेते हैंवे मुझको सब छल लेते हैं सूर्यदेव को लगायी गुहारउन्होंने भी सुनी पुकार “जब…
Read More नमक: हिन्दी कविता Hindi Poem: NamakCategory: Languages
Baal Kavita: Main Kaun Hoon?
गुड़िया मेरी बड़ी सयानी ऐसा कहती मेरी नानी पर अम्मा कहती हूँ मैं बुद्धू ढीठ, बिगड़ैल, यकदम अकड़ू बाबा मुझको सीधी कहते दादा मुझको मीठी…
Read More Baal Kavita: Main Kaun Hoon?माँ /Maa
Poem by Madhav Taneja मां एक है पर पूरी कायनात को अपने भीतर समा लेती है, सारे संसार की खुशियां मां अपने बच्चों के लिए…
Read More माँ /MaaOh, That Dream!
By Yajur Rao I went to the sea With my pet bee whose name was Lee. There I drank a chocolate shake And also baked…
Read More Oh, That Dream!आइए मिलें – बालकनामा से! Interview with Balaknama
देहरादून में एक Residential Workshop हुआ था. पर इस Residential Workshop मे क्या खास है? यह Residential Workshop था सड़क पर रहने वाले बच्चों के…
Read More आइए मिलें – बालकनामा से! Interview with BalaknamaSanskrit Sukti on being prudent
ऋणशेषं चाग्निशेषं शत्रुशेषं तथैव च व्याधिशेषं च नि: शेषं कृत्वा प्राज्ञो न सीदति अर्थ ऋण (कर्ज़), अग्नि , शत्रु, और व्याधि (बीमारी) को शेष न…
Read More Sanskrit Sukti on being prudentSanskrit Sukti on self-respect
मनस्विनो न मन्यन्ते परत: प्राप्य जीवनम् बलिभुग्भ्यो न काकेभ्य: स्पृहयन्ति हि कोकिला: मनस्वी लोग नहीं मानते, किसी और से पाया हुआ जीवन बलि पर जीने…
Read More Sanskrit Sukti on self-respectPhonics Poem
Pat Sat. Pat had a cat on lap. Cat slept on Pat’s lap. Pat felt glad Of the cat that slept On Pat’s lap.
Read More Phonics Poemप्रयास पर छोटी छोटी कविताएँ
माधव तनेजा द्वारा रचित / Poetry by Madhav Taneja तीन वर्णों का यह शब्द हमें बहुत कुछ सिखाता है, यह हमें जीवन में कुछ नया…
Read More प्रयास पर छोटी छोटी कविताएँधरती
ईशान काईला की कविता भूमि देवी है विशाल हम से न करती कोई सवाल पशु, भगवान, इंसान, सवेरे जग में आते हैं अकेले चाहे कोई…
Read More धरती