हिन्दी मुहावरा: Hindi Muhavara

हाथ कंगन को आरसी क्या?
Haath Kangan ko Aarsi kya?


Meaning: We can see that the bangle is on our wrist. Why do we need a mirror then?

That which is evident needs no proof.


Usage: तुमने कहा कि तुमने रोटी बनानी सीखी है । तो
बस, आज की रोटी तुम ही बनाना। भई हाथ कंगन को आरसी क्या?