Family

हिंदी कविता -“मेरा परिवार”

छोटा सा परिवार हमारा

नन्हा – नन्हा, प्यारा – प्यारा

मिल-जुल के हम रहते इसमें

सबकी मदद हम करते इसमें

छोटा सा परिवार हमारा

इक बूढ़ी दादी जिसमें,

प्यार का रस घोलती इसमें

पापा मेरे प्यारे- प्यारे,

रहते हमेशा काम के मारे

मम्मी मेरी प्यार की गठरी,

बन के रहती हमेशा चकरी

भइया है इस घर के चिराग,

उनके बिन घर लगता विराग

मैं हूँ इस घर की रानी,

दिला देती हूँ याद नानी

छोटा सा परिवार हमारा

नन्हा – नन्हा, प्यारा – प्यारा

– Ayaan Srivastava