मंगल की कक्षा की परिक्रमा करते हुए अनुसंधान शुरू किया
दुबई, 9 फरवरी: बुर्ज खलीफा, जो दुनिया का सबसे बड़ा टॉवर है, यूएई के पहले रेड प्लैनेट मिशन ‘होप प्रोब ’के सम्मान में लाल रंग में जगमगाया। होप(Hope), किसी अरब राष्ट्र द्वारा शुरू किए गए प्रथम इंटरप्लेनेटरी मिशन ने लाल ग्रह की परिक्रमा शुरू कर दी है।
“अल-अमल”, (‘होप ‘शब्द के लिए अरबी शब्द) नाम का मानव रहित रोबोट पिछले साल जापान से लांच किया गया और लाल ग्रह की कक्षा में पहुंचने के लिए इसने 7 महीने की लंबी यात्रा पूरी की। मंगल की कक्षा में प्रवेश करने के लिए, 27 मिनट में अपनी गति को धीमा करने के लिए प्रोब(probe) को अपना 800 किलोग्राम ऑनबोर्ड ईंधन को जलाना पड़ेगा और मंगल के गुरुत्वाकर्षण को पकड़ने की आवश्यकता है।
इस मिशन ने यूएई को मंगल ग्रह तक पहुंचने वाली पांचवीं अंतरिक्ष एजेंसी बना दिया है। होप प्रोब कम से कम एक मंगल वर्ष यानी 687 दिनों की कक्षा में रहेगी। मानवरहित प्रोब(probe) से यह उम्मीद है कि वह खुद पर लगे तीन उपकरणों का उपयोग करके कक्षा से मंगल के वातावरण की तस्वीरें प्रदान करेगा : निम्न वायुमंडल के तापमान को मापने के लिए इंफ्रारेड स्पेक्ट्रोमीटर, छवियों को कैप्चर करने के लिए और ओजोन के स्तर को मापने के लिए उच्च रिज़ॉल्यूशन इमेजर , और ऑक्सीजन और हाइड्रोजन के स्तर को मापने के लिए पराबैंगनी स्पेक्ट्रोमीटर।