मनस्विनो न मन्यन्ते परत: प्राप्य जीवनम् बलिभुग्भ्यो न काकेभ्य: स्पृहयन्ति हि कोकिला: मनस्वी लोग नहीं मानते, किसी और से पाया हुआ जीवन बलि पर जीने…
Read More Sanskrit Sukti on self-respectमनस्विनो न मन्यन्ते परत: प्राप्य जीवनम् बलिभुग्भ्यो न काकेभ्य: स्पृहयन्ति हि कोकिला: मनस्वी लोग नहीं मानते, किसी और से पाया हुआ जीवन बलि पर जीने…
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