हिन्दी Poem for Ganpati Visarjan

ॐ मणि पद्मे अस्ति। स: विघनहर्ता, स: पीताम्बर सर्वे सखा, सर्वे सहोदर। चंचल कभी, कभी विद्वान, दोनों ज्यूं हो एक समान लिखे महाभारत या लाये…

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