Hindi poem by Pavas इक चूल्हे पर तवा चढ़ा था,इक चूल्हे पर चढ़ा पतीला,खाना खाने बैठा बच्चा,था स्वभाव से वो नखरीला हरेक कौर में मुँह…
Read More Kuchh ‘Kam’ haiHindi poem by Pavas इक चूल्हे पर तवा चढ़ा था,इक चूल्हे पर चढ़ा पतीला,खाना खाने बैठा बच्चा,था स्वभाव से वो नखरीला हरेक कौर में मुँह…
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