By Poonam Setia
तेरी छवि निराली है,
मेरे हर कदम की साक्षी तू,
मन तेरे दर पे सवाली है।
तू है माँ, ममता का सागर,
मिट जाती सारी चिंता,
तेरे चरणों में आकर।
तेरी महिमा हर कोई गाये,
कोई न दर से खाली जाये,
बिन मांगे झोली भर जाये।
तू ही भक्ति, तू ही शक्ति,
तुझ से ही ये सारी सृष्टि।
तेरे चरणों में शीश नवाऊं,
हर दम तेरा शुक्र मनाऊं।