Infantry-Day-Celebrations-2021

75 वां इन्फन्ट्री दिवस

इन्फन्ट्री या पैदल सेना किसी भी सेना का सबसे प्रमुख भाग होती है। भारतीय सेना हर साल 27 अक्तूबर को इन्फन्ट्री दिनवास मनाती है।

इन्फन्ट्री दिवस 27 ऑकटूबेर को ही क्यूँ मनाया जाता है?

बात 1947 की है। 22 अक्तूबर को पाकिस्तान ने अपनी सेना कश्मीर में उतारनी शुरू की। सेना में पाकिस्तानी सैनिक भी थे, कबाईली (कबीलों के सैनिक) भी थे, और खैबर पख्तूनवा के सैनिक भी थे।

कश्मीर उस समय एक स्वतंत्र राज्य था, और उस का अभी भारत में विलय नहीं हुआ था।

पाकिस्तानी सेना की संख्या देख कर महाराज हरी सिंह ने 26 अक्तूबर को भारत में जुड़ने के दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर/ दस्तखत कर दिए।

ठीक 27 अक्तूबर को भारतीय सिख रेजमेन्ट की 1 सिख बटालियन कश्मीर पहुंची। इस बटालियन में पैदल सेना (इन्फन्ट्री) की केवल 2 कम्पनियाँ थी। इन सिपाहियों ने वीरता से कश्मीर को पाकिस्तानी हमले से बचाया।

उस विजय की याद में इन्फन्ट्री दिवस हर वर्ष 27 अक्तूबर को मनाया जाता है।

इस वर्ष, जनरल बिपिन रावत, जनरल एम् एम् नरवाने, इन्फन्ट्री रेजमेन्ट के विभिन्न कर्नल, और 3 1971 के वीर चक्र से सम्मानित सैनिकों – मेजर आर के अरोरा, सूबेदार नन्द राम, और ग्रेनडीर अमृत ने भी वीर जवानों को याद रखने के लिए बनाए गए नैशनल वॉर मेमोरियल में स्थापित अमर जवान ज्योति पर अपनी श्रद्धांजलि पुष्प चढ़ा कर अर्पित की।

सेना के उत्तरी कमांड ने ऊधमपुर में स्थित ध्रुव वॉर मेमोरियल पर श्राद्धाञ्जली अर्पित कर के यह दिवस मनाया।