दुनिया के सबसे पुराने डीएनए से मैमथ के विकास का पता चला
स्टॉकहोम, 18 फरवरी: स्टॉकहोम में Centre for Palaeogenetics (विलुप्त प्रजातियों की आनुवांशिक सामग्री का अध्ययन) के लिए शोधकर्ताओं के एक अंतरराष्ट्रीय दल ने पहली बार, मैमथ के १.२ मिलियन वर्ष पुराने डीएनए (अणु जिसमें स्तनधारियों के आनुवंशिक कोड होते हैं) को अनुक्रमित किया (जीन की प्राथमिक संरचना का निर्धारण करना जिससे जीन के कार्य को जानने में मदद मिलती है) ।
डीएनए को मैमथ के दांतों से निकाला गया था। यह दांत साइबेरियाई पर्माफ्रॉस्ट में दफन थे। यह एक चुनौतीपूर्ण काम था क्योंकि नमूनों में केवल थोड़ी ही मात्रा में डीएनए था, और वह भी बहुत छोटे टुकड़ों में रह गया था। विभिन्न मैमथ के तीन नमूनों का विश्लेषण किया गया। उन्होंने पाया कि सबसे पुराना नमूना लगभग 1.2 मिलियन वर्ष पुराने एक प्राचीन स्टेपी मैमथ का था। इसे क्रिस्तोवका (वह स्थान जहाँ यह पाया गया था) नाम दिया गया। दूसरे का नाम अडीचा(Adycha) रखा गया और वे ऊनी मैमथ के पूर्वज प्रतीत होते हैं। तीसरा, जिसका नाम चुकोच्य(Chukochya) था, वह सबसे छोटा था, जो लगभग 0.7 मिलियन वर्ष पुराना था।
डीएनए मैमथ के विकास और प्रवास(migration) के आनुवंशिक इतिहास को छाँटने में मदद कर रहा है। अध्ययन ने बताया कि कब और कैसे मैमथ ने ठंडी जलवायु में अनुकूलन हासिल किया।