नयी दिल्ली, 21 फरवरी: COVID-19 के खिलाफ राष्ट्रव्यापी टीकाकरण कार्यक्रम 16 जनवरी 2021 को शुरू किया गया। 20 फरवरी को भारत के इस टीकाकरण अभियान का 35 वां दिन था। 34 दिनों की अवधि में COVID-19 टीकाकरण की 1 करोड़ (10 मिलियन) से अधिक खुराक देने वाला भारत, संयुक्त राज्य अमेरिका के बाद दूसरा सबसे तेज देश बन गया। टीकाकरण के कारण कोई गंभीर दुष्प्रभाव सामने नहीं आए, टीकाकरण के बाद अब तक केवल 43 व्यक्तियों को अस्पताल में भर्ती किया गया है। यह अब तक किए गए कुल टीकाकरण का 0.0004% है।
37 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) में 2,29,462 सत्रों के माध्यम से कुल 1,08,38,323 वैक्सीन की खुराक दी गई, जिसमें 63,52,713 स्वास्थ्यकर्मी (Health Care Workers)(HCWs) हैं जिन्होंने पहली खुराक ली है और 8,73,940 वो स्वास्थ्यकर्मी हैं जिन्होंने दूसरी खुराक ली है। 18 फरवरी को एक दिन में टीकाकरण की सबसे अधिक संख्या 6,58,674 दर्ज की गई। गुजरात, कर्नाटक, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, जम्मू और कश्मीर, बिहार, मध्य प्रदेश और केरल ने सबसे अधिक टीकाकरण दर्ज किए।
हैदराबाद, 20 फरवरी: इमरजेंसी यूज ऑथराइजेशन (EUA): एक दवा को बाजार में बेचने से पहले कई तरह की स्थितियों और परीक्षणों को संतुष्ट करना होता है। लेकिन आपातकालीन स्थिति में, COVID -19 महामारी की तरह, यदि किसी दवा को अनुमोदित करने के लिए सभी परीक्षण करना संभव नहीं है, तो संबंधित अधिकारी EUA का उपयोग करके सभी परीक्षणों, जो इसकी प्रभावशीलता और सुरक्षा की पुष्टि करते हैं, के बिना भी इसे उपलब्ध कराने और जारी करने का निर्णय ले सकते हैं। हैदराबाद स्थित फार्मा कंपनी डॉ रेड्डीज लैबोरेट्रीज़ लिमिटेड ने ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) को रूस की स्पुतनिक V के EUA के लिए आवेदन किया है। उन्होंने ये आवेदन इन सबूतों के आधार पर किया है कि यह वैक्सीन पहले ही दुनिया भर में दो मिलियन से अधिक लोगों को दी जा चुकी है। स्पुतनिक वी की प्रभावकारिता 91.6 प्रतिशत है और 26 देशों में इसका उपयोग करने की अनुमति है। डीसीजीआई द्वारा अनुमोदित होने पर, स्पुतनिक वी, कोवाक्सिन और कोविशिल्ड के साथ भारत में उपयोग के लिए उपलब्ध होगी।