आज कमीशन की गई
विशाखापत्तनम, अक्टूबर २३: आज का दिन भारत के लिए गर्व का दिन है। भारतीय सेना के प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने विशाखापत्तनम के नेवल डॉकयार्ड में चौथी व अंतिम स्वदेशी निर्मित एंटी-सबमरीन वारफेयर स्टील्थ कार्वेट ‘आईएनएस करवत्ती’ को प्रोजेक्ट २८ (कमोर्ता क्लास) को भारतीय नौसेना में कमीशन किया।
कावारत्ती में अत्याधुनिक हथियार और सेंसर सूट हैं जो पनडुब्बियों (सबमरीन) का पता लगाने और उन का सामना करने में सक्षम हैं। एंटी-सबमरीन वारफेयर के अलावा जहाज में एक विश्वसनीय आत्म-रक्षा क्षमता और लंबी दूरी की तैनाती के लिए अच्छा धैर्य है।
इस जहाज की क़ीमत १७०० करोड़ है। जहाज का नाम भारत के केंद्र शाषित प्रदेश लक्षद्वीप की राजधानी करावती के नाम से रखा गया है। करावती की रचना भारतीय नौसेना के नौसेना डिजाइन निदेशालय द्वारा प्रोजेक्ट २८ के अंतर्गत की गई है। यह परमाणु, जैविक और रासायनिक युद्ध के वातावरण के तहत लड़ने में सक्षम है। जहाज में १७ अधिकारियों और १०६ नाविकों का पूरक होगा।