आर्या सिन्हा की खबर
पटना, 25 मई: जीआई प्रमाणन(GI certification) के साथ लीची की पहली खेप ब्रिटेन को निर्यात की गई। इसे बिहार के मुजफ्फरपुर के किसानों से मंगवाया गया था। शाही लीची को सीरा एंटरप्राइजेज, भारत द्वारा निर्यात किया गया था और H&J Veg, लंदन द्वारा आयात किया गया था। जीआई या भौगोलिक संकेत(Geographical Indication) का उपयोग एक निश्चित भौगोलिक क्षेत्र से उत्पन्न होने वाले उत्पादों के लिए किया जाता है और किसानों को उत्पाद का प्रीमियम मूल्य प्राप्त करने में मदद करता है।
शाही लीची, बिहार से जीआई प्रमाणन प्राप्त करने वाला चौथा उत्पाद है। 2018 में, 3 अन्य उत्पादों, जरदालु आम, कतरनी चावल और मगही पान को प्रमाणन मिला था। लीची का जीवनकाल बहुत छोटा होता है, इसलिए इसे अन्य देशों में भी निर्यात करने के अधिक अवसर तलाशने के प्रयास किये जा रहे हैं। भारत लीची का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है, पहला चीन है। भारत में लीची के उत्पादन में बिहार सबसे ऊपर है।