Jadav Payeng / Image credit - Twitter

फॉरेस्ट मैन ऑफ इंडिया’ अमेरिकी स्कूल पाठ्यक्रम का एक हिस्सा है/‘Forest Man of India’ a part of US school curriculum

असम, 3 नवंबर: अच्छे काम सभी को दिखाई देते है। जादव पायेंग की प्रेरित करने वाली कहानी, “द फॉरेस्ट मैन ऑफ इंडिया” अब संयुक्त राज्य अमेरिका के ग्रीन हिल्स स्कूल ब्रिस्टल , कनेक्टिकट में पारिस्थितिकी(ecology) की स्कूली पुस्तकों का एक हिस्सा बन गई है।  उनकी कहानी के माध्यम से छात्र, पर्यावरण के संरक्षण के महत्व के बारे में जानेंगे। स्कूल के छठी कक्षा के पाठ्यक्रम में अब एक अध्याय शामिल है कि कैसे एक पद्म श्री पुरुस्कार प्राप्त करने वाले ने अपने द्वीप पर पारिस्थितिक क्षरण(ecological degradation) देखा, और माजुली में ब्रह्मपुत्र के 550 एकड़ बंजर सैंडबार को एक घने जंगल में बदल दिया। इस वन को ‘मोलाई फॉरेस्ट’ कहा जाता है, और इसका वृक्षारोपण 1979 में शुरू किया गया था। यह असम के जोरहाट जिले में कोकिलामुख के पास स्थित है।