माधव तनेजा द्वारा रचित / Poetry by Madhav Taneja
तीन वर्णों का यह शब्द
हमें बहुत कुछ सिखाता है,
यह हमें जीवन में कुछ
नया करने का तरीका बताता है।
प्रयास करता रहता है जो मनुष्य बार-बार,
जो हार कर भी कभी नहीं मानता है हार,
वह जीवन में अवश्य ही
कुछ ना कुछ कर जाता है।
सफलता का घड़ा
प्रयास से ही तो भरता है।
कोशिश करके हार जाओ तो शोक मत करना,
इन छोटे-छोटे पत्थरों से तुम ना डरना।
चाहे जो भी हो जाए तुम बस अपना कर्म करना।
अरे हार तो केवल दो वर्णों का शब्द है,
तुम तीन वर्णों वाले शब्द पर ध्यान धरना।
मेहनत करो, करते रहो
एक दिन सफल हो जाओगे,
अपनी मंज़िल तो तुम
प्रयास से ही पाओगे।
चाहे सब कुछ हो जाए समाप्त
जीवित रहनी चाहिए आस,
यदि उजाला कम है तो एक दीया तो जलाओ,
अपने प्रयासों से इस संसार को तुम जगमगाओ|