नई दिल्ली, 22 दिसंबर: वैज्ञानिकों को पहले की अनखोजी, पश्चिमी हिंद महासागर में रहने वाली ब्लू व्हेल की आबादी के सबूत मिले हैं जो इस क्षेत्र की ध्वनि रिकॉर्डिंग के विश्लेषण पर आधारित है। ब्लू व्हेल बहुत धीमी आवाज़ में और पहचानने योग्य गाने गाती हैं, और प्रत्येक जनसंख्या की अपनी एक अनूठी धुन होती है। शोधकर्ताओं ने ओमान के अरब सागर तट से लेकर दूर दक्षिण में मेडागास्कर तक रिकॉर्डिंग का विश्लेषण किया और एक ऐसा ब्लू व्हेल का गाना पाया जिसका कभी वर्णन नहीं किया गया था। ब्लू व्हेल पृथ्वी पर रहने वाला अब तक का सबसे बड़ा जानवर है, जिसका वजन 200 टन (लगभग 33 हाथियों) जितना होता है। ब्लू व्हेल का दिल एक वॉक्सवैगन बीटल के आकार जितना बड़ा होता है।