ओडिशा, 17 अक्टूबर: ओडिशा के बालासोर के पास चांदीपुर में इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज (आईटीआर) के लॉन्च कॉम्प्लेक्स 3 से पृथ्वी -2 को सेना द्वारा प्रायौगिक परीक्षण के एक भाग के रूप में रात्रि-परीक्षण के लिए सफलतापूर्वक परखा गया है। यह पृथ्वी -2 का उसी स्थान से दूसरा सफल परीक्षण था। लॉन्च गतिविधि को सेना के रणनीतिक बल कमान (SFC) द्वारा प्रबंधित किया गया था। मिसाइल के प्रक्षेप पथ( trajectory) को रक्षा अनुसंधान और विकास केन्द्र (DRDO) द्वारा ओडिशा के तट पर रडार, इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम और टेलीमेट्री (एक इंस्ट्रूमेंट की रीडिंग को रिकॉर्ड करने और स्थानांतरित करने की प्रक्रिया) स्टेशन द्वारा ट्रैक किया गया। 350 किमी की मारक क्षमता वाली पृथ्वी -2, एक स्वदेशी रूप से विकसित परमाणु-सक्षम, अत्याधुनिक सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल है। यह 500-1000 किलोग्राम वॉरहेड ले जा सकती है और यह लिक्विड प्रोपल्शन (liquid propulsion) (आगे बढ़ाने की क्रिया) जुड़वां इंजन द्वारा संचालित होता है।