दिल्ली, 08 अक्टूबर: रसायन विज्ञान 2020 में नोबेल पुरस्कार संयुक्त रूप से फ्रेंच माइक्रोबायोलॉजिस्ट, इमैनुएल चारपीनियर( Emmanuelle Charpentier) और अमेरिकी बायोकेमिस्ट, जेनिफर ए डूडना(Jennifer A. Doudna) को “जीनोम एडिटिंग की एक विधि के विकास के लिए” प्रदान किया गया। उन्होंने जीन प्रौद्योगिकी के सबसे तेज उपकरणों में से एक की खोज की -CRISPR / Cas 9 “आनुवंशिक कैंची”।
CRISPR (Clustered Regularly Interspaced Short Palindromic Repeats) तकनीक एक सरल तरीके से काम करती है – यह जीन अनुक्रम के विशिष्ट क्षेत्र का पता लगाती है जो समस्या का कारण बनता है, इसे काट कर एक नए सही क्रम से बदल देता है जो अब समस्या का कारण नहीं बनता है।
यह 2012 में खोजा गया था और विभिन्न क्षेत्रों में शोधकर्ताओं द्वारा व्यापक रूप से उपयोग किया गया है। यह अत्यंत सूक्ष्मता से जानवरों, पौधों और सूक्ष्मजीवों(micro-organisms) के डीएनए (डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड) को बदल सकते हैं।