दिल्ली, 7 अप्रैल: कभी-कभी, स्कूल में सैद्धांतिक (सिद्धांत से संबंधित) विज्ञान का अध्ययन करते समय, हमें आश्चर्य होता है कि यह वास्तविक जीवन में हमारी मदद कैसे करेगा। आईआईटी दिल्ली और इसके शोध विंग समय-समय पर अपने शोध के माध्यम से हमारे उस प्रश्न का उत्तर देते हैं। वर्तमान आविष्कार भौतिकी विभाग ने किया है।
आज, अगर किसी को डेंगू का पता लगाने के लिए परीक्षण करवाना है, तो उन्हें एक प्रयोगशाला में रक्त का नमूना देना होगा और फिर परिणाम प्राप्त करने के लिए कुछ दिनों तक इंतजार करना होगा।
आईआईटी दिल्ली के भौतिकी विभाग में GLancing Angle Deposition (GLAD) अनुसंधान समूह ने एक हाथ में पकड़ने वाला उपकरण बनाया है जो चांदी के नैनोकणों का उपयोग करता है और डेंगू वायरस और एचआईवी वायरस के 5 वेरिएंट (प्रकार) का पता लगाने में मदद करता है।
परिणाम एक घंटे के भीतर देखे जा सकते हैं।
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) – नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मलेरिया रिसर्च (NIMR), नई दिल्ली और ICMR – नेशनल एड्स रिसर्च इंस्टीट्यूट (NARI), पुणे के सहयोग से सैकड़ों रक्त नमूनों पर इस उपकरण का परीक्षण किया गया है।
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