शक्तिशाली प्रकृति की जीत !
आइसलैंड, 4 मार्च: आइसलैंड एक ज्वालामुखी द्वीप है जिस पर कभी-कभार झटके आते रहते हैं । परन्तु, पिछले सप्ताह से यहाँ भूकंप के झटकों की असामान्य मात्रा का अनुभव हुआ है – एक साथ लगभग 17,000! यहाँ पूरे सप्ताह, हर दिन, 24 घंटे जमीन लगातार हिल रही थी । इसने राजधानी शहर रेकजाविक(Reykjavik) के पास आइसलैंड के दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र को प्रभावित किया है। सबसे बड़ा भूकंप 24 फरवरी को रिक्टर पैमाने पर 5.6 की तीव्रता के साथ महसूस किया गया था। 5.0 से भी अधिक तीव्रता के दो बड़े भूकंप 27 फरवरी और 1 मार्च को द्वीप पर आए आइसलैंड की मौसम विज्ञान सोसाइटी और ज्वालामुखीविद लगातार झटके की निगरानी कर रहे हैं और उन्होंने बताया कि Mount Keilir के पास एक संभावित विस्फोट का पता चला है । मैग्मा फ्रैक्चर हो रहा है और सतह के करीब आने के कारण विस्फोट हो रहा है। चूंकि आइसलैंड एक टेक्टोनिक प्लेट की सीमा पर है जो लगातार अलग हो रही है, और उत्तरी अमेरिका और यूरेशिया को एक दूसरे से दूर धकेलती है, इसलिये यह लगातार झटके का सामना करता है।