एक पहाड़ी पर 120 फुट लंबी ज्योग्लिफ की खोज क
पेरू, 20 अक्टूबर: पुरातत्वविदों ने दक्षिणी पेरु में एक शुष्क (dry)पहाड़ी पर बिल्ली जैसी नक्काशी की गई विशाल आकृति की खोज की। चित्र 2,000 वर्ष से भी अधिक समय पहले बनाया गया था।यह खोज इस बेहद लोकप्रिय पर्यटन स्थल पर एक पर्यटकों के व्यू पॉइंट पर रखरखाव के दौरान की गई थी।
नाजा लाइन्स, जो की यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल है पर जमीन पर डिजाइन बनाये गए हैं जो कि 500 ईसा पूर्व(BC) से 200 ईस्वी( AD) के बीच के समय के है। शुष्क वातावरण और स्थिर हवा ने इन चिह्नों को संरक्षित किया है। लाइनों को लाल रेगिस्तानी मिट्टी की ऊपरी परत को खुरच कर बनाया गया था जिससे अंदर की परत दिखने में ग्रे रंग की है। बंदर, मकड़ी, हत्यारे व्हेल, पेलिकन, हमिंगबर्ड, आदि सहित अन्य नाज़ा लाइन्स की तरह बिल्ली की आकृति भी विशाल है। पूरी बिल्ली लगभग 121 फीट (37 मीटर) लंबी है, जिसका शरीर लम्बा , धारीदार पूंछ और उसके सिर पर अलग तरह के नुकीले कान हैं।
भू-आकृति(geoglyph) एक विशाल डिजाइन या आकृति (आमतौर पर 4 मीटर से अधिक) जमीन पर बनाई गई होती है और आम तौर पर इसे चट्टानों या इसी के समान टिकाऊ तत्वों जैसे पत्थरों के टुकड़े, बजरी द्वारा बनाई जाती है।