उन्होंने चौबीस देशों के सत्तर प्रतियोगियों में अपनी एक जगह बनायीं
चेन्नई, 19 नवंबर: स्वीडन के स्टॉकहोम में हर साल चिल्ड्रन क्लाइमेट फाउंडेशन उन बच्चों को सम्मानित करता है जिन्होंने जलवायु और पर्यावरण के लिए असाधारण प्रयास किए हैं। इस वर्ष, भारत के तीन बच्चे 24 देशों से आये हुए सत्तर से अधिक नामांकन में से सात चयनित फाइनलिस्टों में से थे। इनका नाम मुंबई से जोशी, तिरुवन्नामलाई के विनीशा उमाशंकर, और एर्नाकुलम के ध्रुव संजय है।
परिवर्तन लाने वालो की श्रेणी के तहत अवध जोशी ने पुरस्कार जीता। उसने ‘द राइट ग्रीन’ नामक जैव विविधता परियोजना की स्थापना की जिससे समुदायों को स्वस्थ पारिस्थितिकी तंत्र को बहाल करने में सक्षम बनाया जा सके। उन्होंने स्थानीय समुदायों को सशक्त बनाने के लिए देशी पौधों के पारंपरिक ज्ञान के साथ आधुनिक डेटाबेस तकनीक को जोड़ा। स्वच्छ वायु श्रेणी के तहत विनशा उमाशंकर ने पुरस्कार जीता। उसने कोयले का उपयोग करने वाले लोहे (Iron cart), जो हवा और पर्यावरण को खतरा पैदा करती है, के विकल्प के रूप में एक सौर इस्त्री गाड़ी (solar ironing cart) बनाई, । ध्रुव संजय ने एक प्रदूषण मुक्त, सौर ऊर्जा संचालित चूल्हा विकसित किया है।