नई दिल्ली, 22 जून: बहुत से लोग पहले से ही जानते हैं कि मोबाइल सेवा कंपनी रिलायंस जियो ने घोषणा की है कि उन्होंने ऐसा उत्पाद बनाया है और बाजार में इसका परीक्षण शुरू कर दिया है। चूंकि यह पहले से ही बाजार में अग्रणी था इसलिए इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं थी कि टाटा और एयरटेल, दो प्रतिद्वंद्वी कंपनियों को इस कदम से मेल खाने के लिए एक नई रणनीति का पता लगाना पड़ा। इस कारण टाटा और एयरटेल अपना 5G नेटवर्क बनाने की कोशिश करने के लिए एक चौंकाने वाला गठबंधन बनाने के लिए आगे आये।
सोमवार शाम को, भारती एयरटेल ने एक सुविचारित साझेदारी की घोषणा की, जिसमें इसके एडवांस O-RAN आधारित रेडियो और एनएसए(NSA) कोर और एकीकृत दूरसंचार स्टैक शामिल थे। दिए गए एक बयान के अनुसार, जनवरी 2022 से यह तकनीक व्यावसायिक विकास के लिए उपलब्ध होगी।
यह एक बहुत ही महत्वाकांक्षी कदम है क्योंकि एयरटेल की मूल योजना कम लागत वाले 5G नेटवर्क के निर्माण के लिए हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर खिलाड़ियों के साथ सहयोग करना था। इस नए गठबंधन का Jio के मुकाबले एक फायदा है क्योंकि एयरटेल के पास या तो अपने नेटवर्क हैं या अफ्रीका, श्रीलंका आदि जैसे अन्य भौगोलिक क्षेत्रों में दूरसंचार उद्यमों में हिस्सेदारी है। ऐसा माना जा रहा है कि यह नया नेटवर्क भारत को दूरसंचार उद्योग में नयी ख़ोज और विनिर्माण गंतव्य बनने में एक विशाल बढ़ावा देगा।