हज़ारों लोग भागकर आस-पास के इलाकों में चले गए – अनन्या सिंह की रिपोर्ट
गोमा, 24 मई: कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) के गोमा शहर में एक सक्रिय ज्वालामुखी माउंट न्यारागोंगो 22 मई, 2021 की शाम लगभग 7:00 बजे फूटा। विस्फोट के कारण गहरा आकाश अंगारों जैसा लाल हो गया और तेज़ गड़गड़ाहट (जब राख, चट्टानें और मैग्मा विस्फोट के दौरान टकराते हैं, तो ज्वालामुखी के चारों ओर बिजली पैदा होती है, जिसे ‘डर्टी थंडरस्टॉर्म’ भी कहा जाता है) और आसपास के क्षेत्रों में झटके आये।
प्रधान मंत्री जीन-मिशेल समा लुकोंडे ने DCR की राजधानी किंशासा में एक आपातकालीन बैठक बुलाई और रवांडा और युगांडा की सरकारों के सहयोग से गोमा के नागरिकों के लिए निकासी की योजना बनाई। रवांडा में शरण लेने के लिए आसपास के गांवों से हजारों लोग भाग कर आ गए। आग को भड़कने से रोकने के लिए गोमा शहर में बिजली बंद कर दी गई और एहतियात के तौर पर विमानों को बुकावु और एंटेबे (युगांडा में) शहर ले जाया गया।
विस्फोट के सात घंटे बाद, लावा थम गया और तब अधिकांश लोग घर लौट आए।
11, 500 फीट की ऊंचाई पर, माउंट न्यारागोंगो, विरुंगा पर्वत का एक हिस्सा है जो युगांडा और रवांडा के साथ DRC की सीमा के पास स्थित ज्वालामुखियों की एक श्रृंखला है। इसे दुनिया के सबसे सक्रिय और खतरनाक ज्वालामुखियों में से एक माना जाता है। जो चीज इसे खतरनाक बनाती है, वह है इसके लावा में कम सिलिका सामग्री, जो कि लावा को अधिक तरल और तेजी से बहने वाला बनाता है।
माउंट न्यारागोंगो एक स्ट्रैटोवोलकानो है। एक स्ट्रैटोवोलकानो एक तीव्र ढलान वाला शंक्वाकार(steep conical) आकार का ज्वालामुखी है जिसमें कठोर लावा की एक परत होती है। गोमा ज्वालामुखी वेधशाला (जीएमवी) के विशेषज्ञ ज्वालामुखी में तापमान, भूकंपीय गतिविधि और गैस उत्सर्जन की निगरानी करते हैं। ज्वालामुखी आखिरी बार 2002 में फटा था।